नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की शर्मनाक हार के बाद से कांग्रेस पार्टी में मंथन चल रहा है । राहुल गांधी के अध्यक्ष पद किसी और को सौंपे जाने की ज़िद के बीच कई नेताओं ने उनसे मुलाकात की है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उनके उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, पार्टी महासचिव के.सी. वेणुगोपाल और प्रियंका गांधी ने राहुल गांधी के तुगलक रोड स्थित आवास पर मुलाकात की।
पार्टी प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी राहुल गांधी से मिलने पहुंचे।
राहुल ने 25 मई को कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक के दौरान अपना इस्तीफा देने की पेशकश की थी, लेकिन इसे सर्वसम्मति से अस्वीकार कर दिया गया था।
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हालांकि इसके बाद भी राहुल गांधी पद छोड़ना चाहते हैं। राहुल ने 27 मई को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को समय देने के बावजूद मिलने से इनकार कर दिया था।
आज़ादी के बाद से कांग्रेस के अध्यक्ष पद नेहरू गांधी परिवार के लोग ही रहे हैं।
राहुल से मिलने सबसे पहले उनकी बहन और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी पहुंची। उसके बाद सुरजेवाला और वेणुगोपाल पहुंचे। फिर कुछ समय बाद सचिन पायलट कांग्रेस अध्यक्ष के आवास पर पहुंचे।
राहुल गांधी के साथ 50 मिनट तक चली अलग-अलग मुलाकातों के बाद पायलट, वेणुगोपाल और सुरजेवाला वहां से चले गए।
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फिर राहुल के आवास पर गहलोत पहुंचे। गहलोत और राहुल की मुलाकात करीब आधे घंटे चली।
उत्तर प्रदेश के कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने भी राहुल गांधी से मुलाकात की।
कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक दोबारा बुलाए जाने की संभावना है । इससे पहले चुनावी नतीजों के बाद 25 मई को इसकी बैठक बुलाई गई थी । जिसके बाद खबरें आई थीं कि राहुल ने गहलोत और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ को चुनावों में पार्टी के लिए अधिक काम करने के बजाय अपने बेटों के निर्वाचन क्षेत्रों में अधिक समय देने के लिए दोषी ठहराया था।
तमाम कोशिशों के बावजूद इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने सिर्फ 52 लोकसभा सीटें जीती हैं।