भोपाल। मध्य प्रदेश की भोपाल संसदीय सीट से भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने चुनाव के दौरान दिए गए विवादित बयानों के लिए माफी मांगी है और मौन व्रत धारण कर लिया है । प्रज्ञा ने कहा है कि ये उनके लिए चिंतन मनन का वक्त है।
अपनी उम्मीदवारी के ऐलान के बाद से ही लगातार अपने बयानों के लिए विवादों में रही प्रज्ञा ठाकुर ने अपने मौन व्रत पर जाने का ऐलान ट्विटर के ज़रिए किया है।
साध्वी प्रज्ञा ने ट्वीट किया है कि चुनावी प्रक्रिया के बाद अब चिंतन-मनन का वक्त है और उनके शब्दों से अगर किसी को ठेस पहुंची हो तो इसके लिए वो माफी मांगती हैं।
चुनावी प्रक्रियाओ के उपरान्त अब समय है चिंतन मनन का,
इस दौरान मेरे शब्दों से समस्त देशभक्तों को यदि ठेस पहुंची है तो मैं क्षमा प्रार्थी हूँ और सार्वजनिक जीवन की मर्यादा के अंतर्गत प्रयश्चित हेतु 21 प्रहर के मौन व कठोर तपस्यारत हो रही हूं।
हरिः ॐ— Sadhvi Pragya Official (@SadhviPragya_MP) May 20, 2019
साध्वी प्रज्ञा ने लिखा है कि 21 प्रहर के लिए उन्होंने मौन धारण किया है।
लोकसभा चुनाव के दौरान प्रज्ञा ने महाराष्ट्र में आतंकवादियों की गोली से शहीद हुए एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे और बाबरी मस्जिद के ढांचे को ढहाए जाने पर विवादित बयान दिए थे। उसके बाद उन्होंने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया। बाद में प्रज्ञा ने सभी बयानों के लिए माफी मांग ली। चुनाव आयोग ने उन्हें नोटिस भी जारी किए थे। एक मामले में थाने में प्रकरण भी दर्ज हुआ। उन्हें तीन दिनों तक चुनाव प्रचार करने से भी रोका गया था।
अबकी बार 350 के पार, मोदी की नीति और नीयत ही सबसे बड़ा मुद्दा
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के मुताबिक उनके इन बयानों पर बीजेपी की अनुशासन कमेटी विचार कर रही है और इसके बाद कार्रवाई का निर्णय लिया जाएगा।
हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक चैनल को दिए गए इंटरव्यू में ये साफ कहा था कि नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने वाले बयान को लेकर वो साध्वी प्रज्ञा को मन से माफ नहीं कर पाएंगे।
तमाम एक्जिट पोल में साध्वी प्रज्ञा के जीतने की संभावना जताई गई है।