नई दिल्ली।जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अज़हर आखिरकार अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित कर दिया गया। संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत सैयद अकबरुद्दीन ने ट्वीट करके इस ख़बर की पुष्टि कर दी है। यह ख़बर भारत सरकार की बड़ी कूटनीतिक जीत है।
Big,small, all join together.
Masood Azhar designated as a terrorist in @UN Sanctions list
Grateful to all for their support. 🙏🏽#Zerotolerance4Terrorism
— Syed Akbaruddin (@AkbaruddinIndia) May 1, 2019
अपने ट्वीट में सैयद अकबरुद्दीन ने उन सभी देशो के प्रति आभार जताया है जिन्होंने मसूद अज़हर को आतंकवादी घोषित कराने में भारत का साथ दिया। पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद चीन पर कई देशों का दबाव था। हाल ही में चीन के दौरे पर गए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की थी। ऐसा माना जा रहा है कि इस मुलाकात में चीन ने मसूद अज़हर को लेकर अपना बदला हुआ रुख साफ कर दिया था। इस फैसले के बाद अब दुनिया भर में मसूद अज़हर की संपत्ति जब्त कर ली जाएगी और उसकी यात्रा पर भी पाबंदी लग जाएगी।
क्यों मुश्किल था यह फैसला
मसूद अज़हर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित कराने में अब तक चीन अड़ंगा डाल रहा था। किसी भी शख्स को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकी घोषित कराने का फैसला संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद करती है लेकिन यह फैसला तभी हो सकता है जब इसमें सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य अमेरिका, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और चीन की सहमति हो। स्थायी सदस्यों में से कोई भी एक सदस्य अगर इस पर सहमति नहीं देता है तो उस शख्स को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित नहीं किया जा सकता। चीन की सहमति नहीं होने की वजह से मसूद अज़हर को आंतकवादी घोषित करने का प्रस्ताव अब तक टलते जा रहा था लेकिन अब इस मसले पर अंतरराष्ट्रीय बिरादरी के दबाव के आगे चीन को भी झुकना पड़ गया।