नई दिल्ली। सत्रहवीं लोकसभा के पहले सत्र की कार्यवाही शुरु होने से पहले भारतीय संसद के प्रांगण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लोकतंत्र में विपक्ष का सशक्त और सक्रिय होना ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि प्रतिपक्ष के लोग नंबर की चिंता छोड़ दें, हमारे लिए उनका हर शब्द मूल्यवान है। उनकी हर भावना मूल्यवान है।
Speaking at the start of the Parliament Monsoon Session. https://t.co/ThbYyTuYCi
— Narendra Modi (@narendramodi) June 17, 2019
मुझे विश्वास है कि पक्ष और विपक्ष के दायरे में बंटने के बजाय निष्पक्ष भाव से जनकल्याण को प्राथमिकता देते हुए हम आने वाले पांच साल के लिए इस सदन की गरिमा को ऊंचा उठाने के लिए प्रयास करेंगे।
नए साथी, नए सपने
इसके पहले मीडियाकर्मियों से बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ने कहा, ‘नई लोकसभा के गठन के बाद आज प्रथम सत्र प्रारंभ हो रहा है। अनेक नए साथियों के परिचय का यह अवसर है। नए साथी जब जुड़ते हैं तो नया उमंग, नया उत्साह, नए सपने भी जुड़ते हैं।
आज़ादी के बाद सबसे ज़्यादा महिला प्रतिनिधी
भारत के लोकतंत्र की विशेषता ताकत का अनुभव हम हर चुनाव में करते हैं। यह चुनाव इसलिए भी खास है कि आजादी के बाद सबसे ज्यादा महिला प्रतिनिधितयों का चुना जाना, सबसे अधिक मतदान जैसे विशेषताओं का चुनाव रहा। कई दशक के बाद एक सरकार को पूर्ण बहुमत के साथ और पहले से अधिक सीटों के साथ जनता ने सेवा का मौका दिया है।’